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नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2025 – अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे डी वांस आज सुबह दिल्ली पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी उषा चिलुकुरी, तीन बच्चे और अमेरिकी सरकारी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद था। इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ निदेशक (दक्षिण और मध्य एशिया) रिकी गिल भी शामिल हैं।
एयरपोर्ट पर जे डी वांस को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर उनके साथ डिनर बैठक प्रस्तावित है, जिसमें केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य भी मौजूद रह सकते हैं। इस बैठक में द्विपक्षीय सहयोग को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है।
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में TRUST (Transforming Relationship Utilising Strategic Technology) पहल को औपचारिक रूप से शुरू करने की संभावना है। TRUST नाम की यह पहल पहले iCET (Initiative on Critical and Emerging Technologies) के रूप में जानी जाती थी, जिसे बाइडन प्रशासन के दौरान शुरू किया गया था।
इस यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की दिशा में एक अहम कदम है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह सवाल किया है कि क्या वे इस मुलाकात में अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों को जबरन वापस भेजे जाने और विश्व व्यापार संगठन की बहुपक्षीय नियम-आधारित व्यापार प्रणाली को कमजोर करने जैसे मुद्दों को उठाएंगे।
भारत सरकार इस यात्रा के दौरान डिजिटल टेक्नोलॉजी, रक्षा, साइबर सुरक्षा और आर्थिक सहयोग जैसे अहम क्षेत्रों में नई घोषणाएं कर सकती है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग को भी बल मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति मिलेगी।
अमेरिका और भारत दोनों इस यात्रा को लोकतंत्र, व्यापार, तकनीक और रक्षा सहयोग को मज़बूत करने का एक अवसर मान रहे हैं। TRUST साझेदारी के तहत साझा इनोवेशन, तकनीकी हस्तांतरण और क्रिटिकल टेक्नोलॉजीज पर संयुक्त प्रयास की दिशा में काम होगा।