नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के अंतर्गत पुनर्वास महानिर्देशालय(डीजीआर) ने पूर्व सैनिकों को शामिल करने और नागरिक कार्यबल में उन्हें बिना किसी बाधा के जोड़ने की सुविधा के लिए आईबीएम के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू के माध्यम से, डीजीआर नौकरी के उपयुक्त अवसरों के लिए पूर्व सैनिकों के समृद्ध प्रतिभा पूल का उपयोग करने के लिए आईबीएम के साथ सहयोग करेगा जो कंपनी और उससे संबध हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें : टैक्सरिप्लाई ऑनलाइन जीएसटी लाइब्रेरी में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) लागू करने जा रहा है।उल्लेखनीय है कि पिछले एक वर्ष के दौरान, अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक 24,234 पूर्व सैनिकों को विभिन्न क्षेत्रों में लाभकारी रोजगार प्राप्त हुआ। सशस्त्र बलों की युवा प्रोफ़ाइल बनाए रखने के लिए, हर साल लगभग 60,000 सेवा कर्मियों को तुलनात्मक रूप से कम उम्र में सेवानिवृत्त कर दिया जाता है और डीजीआर पूर्व सैनिकों को कॉर्पोरेट और उद्योग की उभरती आवश्यकताओं पर जोर देने के साथ अतिरिक्त कौशल हासिल करने और दूसरे कैरियर के माध्यम से उनके पुनर्वास की सुविधा प्रदान करने में सहायता करता है।
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