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स्टैंडर्ड चार्टर्ड और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) ने ग्रीन बिल्डिंग को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य ऊर्जा-कुशल भवन समाधानों को बढ़ावा देना और भारत के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है।
भारत में ग्रीन बिल्डिंग निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) ने एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल का उद्देश्य ऊर्जा-कुशल इमारतों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और सतत विकास को बढ़ावा देना है।
इस समझौते पर स्टैंडर्ड चार्टर्ड के को-हेड, क्लाइंट कवरेज, इंडिया और साउथ एशिया, अंकुर खुराना और CII IGBC के कार्यकारी निदेशक के. एस. वेंकटगिरी ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कई अन्य प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित रहे।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के अनुसार, यह साझेदारी ना केवल पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देगी, बल्कि ग्रीन बिल्डिंग परियोजनाओं के माध्यम से ऊर्जा की बचत करके दीर्घकालिक आर्थिक लाभ भी सुनिश्चित करेगी। बैंक का मानना है कि कम कार्बन अर्थव्यवस्था में परिवर्तन से सतत विकास की दिशा में नए अवसर खुलेंगे।
CII IGBC के कार्यकारी निदेशक के. एस. वेंकटगिरी ने कहा कि यह समझौता डेवलपर्स को आवश्यक संसाधन और वित्तीय सहायता प्रदान करेगा, जिससे ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण-अनुकूल भवनों का निर्माण संभव होगा। भारत में ग्रीन बिल्डिंग परियोजनाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है और यह पहल इस क्षेत्र को और मजबूत करेगी।
CII IGBC की स्थापना 2001 में भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य भारत में ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा को बढ़ावा देना है। आज, 15,500 से अधिक परियोजनाएं IGBC की रेटिंग प्रणाली को अपना चुकी हैं, जिससे भारत ग्रीन बिल्डिंग क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है।