PMUY: वित्त वर्ष 2022 से 23 में प्रति व्यक्ति खपत में वृद्धि 3.01 से बढ़कर 3.71 हुई
PSU Express26 July 2023 at 12:00:00 am
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना लाभार्थियों द्वारा रिफिल 2022-23 में 35 करोड़ हो गया।
वित्त वर्ष 2022 से 23 में प्रति व्यक्ति खपत में वृद्धि 3.01 से बढ़कर 3.71 हुई
नई दिल्ली: विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को पारंपरिक ईंधन के इस्तेमाल के कारण होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों से छुटकारा दिलाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन मुहैया कराने के लिए, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 1 मई, 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की गई।
वित्त वर्ष 2020 से 21 के दौरान पूरी दुनिया कोविड की चपेट में रही और पीएमयूवाई परिवारों (जो सबसे ज़रूरतमंद परिवार हैं) का समर्थन करने के लिए सरकार ने पीएमजीकेपी के तहत प्रत्येक पीएमयूवाई परिवारों को 3 मुफ्त रिफिल प्रदान करने की घोषणा की। योजना के संचालन के दौरान, पीएमयूवाई लाभार्थियों को कुल 14.17 करोड़ रिफिल मुफ्त दिए गए।
प्री-कोविड वर्ष यानी वित्त वर्ष 2019 से 20 के आंकड़ों के आधार पर, प्रति व्यक्ति खपत में वृद्धि हुई है जो वित्त वर्ष 2022 से 23 में 3.01 से बढ़कर 3.71 हो गई है।
पीएमयूवाई परिवार गरीब परिवारों में सबसे ज़रूरतमंद हैं। उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) को गरीब परिवारों की प्रमुख स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन एलपीजी तक पहुंच में सुधार के लिए मई 2016 में आरम्भ किया गया था। इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों को अपना पहला कदम उठाने और स्वच्छता से खाना पकाने की दिशा में व्यवहारिक बदलाव लाने में मदद करना है।
भारत जैसे लोकतांत्रिक समाज में व्यवहारिक परिवर्तन लाने में बहुत समय और लगातार प्रयासों की आवश्यकता होती है। पीएमयूवाई ने लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मुहैया करवाकर स्वस्थ एवं प्रदूषण मुक्त जीवन की दिशा में उनके पहले कदम में सफलतापूर्वक सहायता की है और साथ ही साथ एमओपी और एनजी के तहत तेल विपणन कंपनियां एलपीजी पंचायत और सार्वजनिक आउटरीच जैसी पहलों के माध्यम से व्यवहार परिवर्तन की दिशा में अपने प्रयत्न जारी रख रही हैं।
2022 से 23 के दौरान 88 प्रतिशत गरीब पीएमयूवाई परिवारों ने रिफिल लिया है। रिफिल लेने वाले पीएमयूवाई लाभार्थी 2017 से 18 में 3 करोड़ से बढ़कर 2018 से 19 में 6 करोड़, 2019 से 20 में 6.5 करोड़, 2020 से 21 में 8 करोड़, 2021 से 22 में 8.05 करोड़ और 2022 से 23 में 8.41 करोड़ हो गए हैं।
इसके अलावा, पिछले पांच वर्षों में पीएमयूवाई उपभोक्ताओं की प्रति व्यक्ति खपत में 24 प्रतिशत की वृद्धि की शानदार उपलब्धि इस योजना द्वारा लाई गई सद्भावना का प्रमाण है।
पीएमयूवाई लाभार्थियों द्वारा लिया गया कुल रिफिल 2018 से 19 में 16 करोड़ से बढ़कर 2022 से 23 में 35 करोड़ हो गया है, जो पीएमयूवाई परिवारों के अस्वच्छ रसोई से उज्ज्वल भविष्य की ओर स्थायी बदलाव में नियमित और निरंतर वृद्धि को सच सिद्ध करता है।