क्या आप अपना लेख प्रकाशित करना चाहते हैं? तो अभी रजिस्टर करें!
इस अवसर पर श्री भूपेन्द्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने कहा कि यह सम्मान नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, शिमला (कार्यालय-2) के सदस्य केंद्रीय सरकारी कार्यालयों, उपक्रमों एवं बैंकों में राजभाषा नीति के श्रेष्ठ कार्य-निष्पादन के लिए प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, शिमला (कार्यालय-2) आगे भी अपने सदस्य कार्यालयों में राजभाषा में और अधिक प्रयोग के लिए सभी के साथ मिलजुल कर प्रयास करती रहेगी।
इस अवसर पर श्री अजय कुमार शर्मा, निदेशक(कार्मिक), एसजेवीएन ने बताया कि राजभाषा हिन्दी के प्रयोग एवं प्रसार की सराहना के लिए इस सम्मान की स्थापना संपूर्ण भारत में गठित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों के लिए की गई है। इसके अंतर्गत संपूर्ण भारत में गठित नराकास द्वारा प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन कर राजभाषा नीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य-निष्पादन संबंधी सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर किया गया है।
यह पुरस्कार श्रीमती अंशुली आर्या, सचिव, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के कर कमलों से श्री आशीष पंत, महाप्रबंधक(राजभाषा), एसजेवीएन-सह-सदस्य-सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, शिमला (कार्यालय-2) ने गांधी नगर, गुजरात में आयोजित एक समारोह के दौरान राजभाषा नीति के उत्कृष्ट कार्य कार्य-निष्पादन हेतु प्राप्त किया।
‘’नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति" एक आधिकारिक समिति है, जो भारत सरकार के विभिन्न कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, बैंकों आदि में राजभाषा हिंदी के प्रगति और कार्यान्वयन की निगरानी और प्रोत्साहन हेतु गठित की जाती है। यह समिति विशेष रूप से नगर या क्षेत्रीय स्तर पर कार्य करती है, जिसकी अध्यक्षता उस नगर के वरिष्ठतम केंद्र सरकार के अधिकारी करते हैं। शिमला स्थित नराकास(कार्यालय-2) के अध्यक्ष एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक है।