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हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने 24 मार्च 2025 को घोषणा की कि उसका बोर्ड भारत में एक नया टूलिंग सेंटर स्थापित करने के लिए ₹694 करोड़ के निवेश को मंजूरी दे चुका है। यह सेंटर वाहनों के लिए स्टैंपिंग टूल्स और पैनल निर्माण पर केंद्रित होगा, जिससे कंपनी की उत्पादन क्षमता को मजबूती मिलेगी।
यह निवेश हुंडई की सप्लाई चेन को स्थिर करने के उद्देश्य से किया जा रहा है, ताकि स्टैंपिंग टूल्स और पैनलों का स्थानीय स्तर पर समय पर निर्माण सुनिश्चित किया जा सके। इसके जरिए कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं में उल्लेखनीय सुधार होगा और आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में मदद मिलेगी।
हुंडई मोटर इंडिया ने दिसंबर 2024 में समाप्त तीसरी तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में 19% की गिरावट दर्ज की, जो ₹1,124 करोड़ रही, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में यह ₹1,425 करोड़ थी। कंपनी का राजस्व ₹16,648 करोड़ पर आ गया, जो पिछले साल ₹16,875 करोड़ था।
इस तिमाही में हुंडई ने 1,86,408 यात्री वाहन बेचे, जिनमें से 1,46,022 यूनिट घरेलू बाजार में बिकीं। एसयूवी वाहनों की मजबूत मांग के चलते कंपनी की बिक्री में बढ़ोतरी हुई। कंपनी की सीएनजी कारों की पैठ 15% तक पहुंच गई, जो पिछले साल की तीसरी तिमाही में 12% थी। ग्रामीण बाजार में भी कंपनी की पकड़ 21.2% तक बढ़ी, जबकि पिछले वर्ष यह 19.7% थी। तिमाही के दौरान कुल 40,386 वाहनों का निर्यात किया गया।
सोमवार को हुंडई मोटर इंडिया के शेयर बीएसई पर ₹1,758.70 पर बंद हुए, जो ₹60.70 (3.57%) की वृद्धि दर्शाता है।