भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज किया रिकॉर्ड राजस्व; तीन साल बाद भारतीय रेलवे पेंशन के खर्च को वहन करने में हुआ सक्षम

Mon , 17 Apr 2023, 10:04 pm
भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज किया रिकॉर्ड राजस्व; तीन साल बाद भारतीय रेलवे पेंशन के खर्च को वहन करने में हुआ सक्षम
भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज किया रिकॉर्ड राजस्व

नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व के आंकड़े को दर्ज किया। यह पिछले वर्ष से करीब 25% ज्यादा है और पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 49,000 करोड़ रुपये अधिक है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान, माल ढुलाई राजस्व भी पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15% की वृद्धि के साथ रु. 1.62 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। भारतीय रेल का यात्री राजस्व 63,300 करोड़ रुपये तक हुंच गया है और 61% की सर्वकालिक उच्च वृद्धि दर्ज की है। तीन साल के बाद भारतीय रेलवे पेंशन के खर्च को पूरी तरह से वहन करने में सक्षम है। राजस्व में उछाल और कड़े व्यय प्रबंधन से 98.14% का परिचालन अनुपात प्राप्त करने में मदद मिली है जो संशोधित अनुमान के भीतर है। सभी राजस्व व्यय को पूरा करने के बाद रेलवे ने अपने आंतरिक संसाधनों से पूंजी निवेश के लिए 3200 करोड़ रुपये (डीआरएफ के लिए 700 करोड़ रुपये, डीएफ के लिए 1000 करोड़ रुपये और आरआरएसके के लिए 1516.72 करोड़ रुपये) उत्पन्न किए।
 
यातायात राजस्व के संदर्भ में भारतीय रेलवे ने 63,300 करोड़ रुपये कमाए हैं। अगर हम 2022-23 के यात्री राजस्व की तुलना 2021-22 से करे तो यह 61% अधिक है। भारतीय रेलवे ने 2021-22 के दौरान 4899 करोड़ रुपये की तुलना में 2022-23 में अन्य कोचिंग राजस्व के रूप में 5951 करोड़ रुपये अर्जित किए जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 21% अधिक है। 2022-23 के दौरान कुल रेलवे की प्राप्तियां 2,39,892 करोड़ रुपये हैं। 22-23 के दौरान कुल रेलवे व्यय 2,37,375 करोड़ रुपये है। वित्तीय वर्ष 22-23 के दौरान परिचालन अनुपात 98.14% है।
 

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नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने के लिए एक लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया। FY23 में 5243 KM की नई लाइनों और दोहरीकरण/मल्टी-ट्रैकिंग आदि का अब तक का उच्चतम कमीशन देखा गया। ट्रैक, पुल, ग्रेड सेपरेटर आदि को मजबूत करने में सुरक्षा के लिए कुल 25,913 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। रेलवे द्वारा 6657 करोड़ रुपये के निवेश से 6565 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया, जिससे रेलवे चालू वित्त वर्ष में 100% विद्युतीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर हुआ।
 
रेलवे सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर केंद्रित है। विभिन्न सुरक्षा कार्यों के लिए वित्त वर्ष 23 के दौरान राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष के तहत 11,800 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। सरकार ने पुरानी संपत्तियों के नवीनीकरण की आवश्यकता की सराहना करते हुए, 10,000 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं और रेलवे ने भी मूल्यह्रास संपत्तियों के उन्नयन के लिए आंतरिक संसाधनों से 1800 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।

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डीएफसी और मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में उच्च निवेश से इन परियोजनाओं में तेजी से प्रगति सुनिश्चित की है। NHRSCL को 12,000 करोड़ और DFCCIL 14900 करोड़ रुपये प्रदान किया गया। वंदे भारत का प्रसार हो रहा है। वैगन की खरीद पिछले वर्ष की तुलना में 77.6% बढ़कर 22,747 वैगन हो गई। यात्रियों की बेहतर सुविधा और रेलवे की लदान क्षमता बढ़ाने के लिए 44,291 करोड़ रुपये का आधुनिक रोलिंग स्टॉक खरीदा गया।
 
 
2022-23 के दौरान कुल जीबीएस 21-22 के दौरान 1,17,507 करोड़ रुपये की तुलना में 1,59,244 करोड़ रुपये रहा। 2021-22 में 1,90,267 करोड़ रुपये की तुलना में कुल कैपेक्स 2,03,983 करोड़ रुपये रहा।

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