प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AIIMS गुवाहाटी का किया उद्घाटन; लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का किया शिलान्यास

Fri , 14 Apr 2023, 6:14 pm
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AIIMS गुवाहाटी का किया उद्घाटन; लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का किया शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AIIMS गुवाहाटी का किया उद्घाटन

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधान मंत्री ने एम्स गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेजों को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट (AAHII) की आधारशिला भी रखी और पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) कार्ड वितरित करके 'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान शुरू किया।
 
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने रोंगाली बिहू के शुभ अवसर पर लोगों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा की असम और उत्तर पूर्व के स्वास्थ्य ढांचे को नई ताकत मिली है क्योंकि पूर्वोत्तर को अपना पहला एम्स मिला है और असम राज्य को तीन नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं। उन्होंने रेखांकित किया कि IIT गुवाहाटी के सहयोग से उन्नत अनुसंधान के लिए 500 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की आधारशिला भी रखी गई है। उन्होंने आगे कहा "असम के लाखों नागरिकों को आयुष्मान कार्ड वितरित करने के लिए मिशन मोड में काम चल रहा है और पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर और मिजोरम के नागरिक भी इन परियोजनाओं का लाभ उठाएंगे।" प्रधानमंत्री ने आज की परियोजनाओं के लिए सभी को बधाई दी। 

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8-9 वर्षों में पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रयासों पर प्रधानमंत्री ने प्रकाश डाला
 
प्रधानमंत्री ने पिछले 8-9 वर्षों में पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रयासों और सड़क, रेल और हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे में स्पष्ट सुधार का उल्लेख किया। प्रधान मंत्री ने कहा कि भौतिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सामाजिक बुनियादी ढांचे को भी इस क्षेत्र में भारी बढ़ावा मिला है क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व तरीके से विस्तार किया गया है। प्रधानमंत्री ने अपनी पिछली यात्रा के दौरान कई मेडिकल कॉलेज भेंट किए थे और आज उन्होंने एम्स समेत तीन मेडिकल कॉलेज भेंट किए। प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में रेल-सड़क संपर्क में लगातार सुधार से चिकित्सा सुविधाओं और बदले में रोगियों के लिए समर्थन को भी रेखांकित किया।
 
सरकार ने 15 एम्स पर शुरू किया काम
 
प्रधान मंत्री ने भाषण के दौरान 50 के दशक में स्थापित एम्स का उदाहरण देकर इसका उदाहरण दिया और कहा की देश के अन्य हिस्सों में एम्स खोलने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। श्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद, प्रधान मंत्री ने कहा कि बाद के वर्षों में प्रयास नहीं हुए और केवल 2014 के बाद, इन मुद्दों को वर्तमान सरकार द्वारा संबोधित किया गया। उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में सरकार ने 15 एम्स पर काम शुरू किया है और उनमें से ज्यादातर में उपचार और पाठ्यक्रम शुरू हो चुके हैं। 

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महिलाओं हेतु स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए गए उपायों के प्रभाव पर की विस्तार में चर्चा
 
प्रधानमंत्री ने महिलाओं के कल्याण पर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए गए उपायों के प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अपने स्वास्थ्य पर खर्च करने के लिए महिलाओं की पारंपरिक अनिच्छा पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि शौचालय के प्रसार ने उन्हें कई बीमारियों से बचाया और उज्ज्वला कनेक्शन ने उन्हें धुएं से संबंधित समस्याओं से बचाया। जल जीवन मिशन ने जलजनित बीमारियों से मदद की और मिशन इंद्रधनुष ने गंभीर बीमारियों के लिए मुफ्त टीकाकरण कर उन्हें बचाया। आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और राष्ट्रीय पोषण मिशन ने महिलाओं के स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, जब सरकार संवेदनशील होती है और गरीबों के प्रति सेवा की भावना होती है तो ऐसा काम होता है। 
 
भारत स्वास्थ्य क्षेत्र में कर रहा है आधुनिकीकरण
 
श्री मोदी ने कहा, "हमारी सरकार 21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र का भी आधुनिकीकरण कर रही है।" उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन और डिजिटल हेल्थ आईडी को सूचीबद्ध किया जो एक क्लिक से नागरिकों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाएगा और अस्पताल सेवाओं में सुधार करेगा। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि अब तक 38 करोड़ स्वास्थ्य आईडी जारी की जा चुकी हैं और 2 लाख से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं और 1.5 लाख स्वास्थ्य पेशेवरों का सत्यापन किया जा चुका है। ई-संजीवनी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए प्रधानमंत्री ने योजना के माध्यम से 10 करोड़ ई-परामर्श पूरा करने की उपलब्धि का उल्लेख किया। 
 
असम के राज्यपाल, श्री गुलाब चंद कटारिया, असम के मुख्यमंत्री, श्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, डॉ. मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, डॉ. भारती पवार और असम सरकार के मंत्री इस अवसर अन्य अधिकारियो और गणमान्य जनता के साथ उपस्थित रहें।

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