कमोडोर अमित रस्तोगी (सेवानिवृत्त), नेशनल रिसर्च डिवेलपमेंट कारपोरेशन (एनआरडीसी) के नव-नियुक्त अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक

Mon , 18 Oct 2021, 5:04 pm
कमोडोर अमित रस्तोगी (सेवानिवृत्त), नेशनल रिसर्च डिवेलपमेंट कारपोरेशन (एनआरडीसी) के नव-नियुक्त अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक

कमोडोर अमित रस्तोगी (सेवानिवृत्त), ने भारतीय नौसेना में 34 वर्षों के उत्कृष्ट कार्यकाल के पश्चात 18 अक्टूबर 2021 को नेशनल रिसर्च डिवेलपमेंट कारपोरेशन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में पदभार संभाल लिया है।
 
 
उन्होंने जेएनयू से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री, पूना विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री और मद्रास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस (डिफेंस  और स्ट्रेटेजिक स्टडीज) में भी डिग्री प्राप्त की है। वह रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन और कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, सिकंदराबाद के प्रतिष्ठित पूर्व छात्र भी हैं ।
 
एक उत्साही प्रौद्योगिकीविद के रूप में उन्होंने भारतीय नौसेना में विविध विभागों में कार्य किया और स्वदेशी विकास और टी ओ टी के माध्यम से युद्धपोतों के लिए मिसाइल प्रणालियों, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी गहन युद्ध प्रणालियों, चरणबद्ध अरे रडार, संचार उपकरण आदि को शामिल करने और साथ ही अनुसंधान और विकास समुदाय, शिक्षा और उद्योग की अनुरक्तता में पर्याप्त अनुभव प्राप्त किया है।
 
 
इससे पूर्व वह पांच वर्षों तक रक्षा मंत्रालय के एकीकृत मुख्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के निदेशक और दो वर्षों तक नौसेना डॉकयार्ड में अतिरिक्त महाप्रबंधक, टेक सेवाएं के पद पर रहे। उन्होंने पांच वर्षों तक उप महानिदेशक, गुणवत्ता आश्वासन और निदेशक, इलेक्ट्रिकल ट्रायल्स मॉडिफिकेशन अथॉरिटी के पद पर रहते हुए दो वर्षों तक कार्य किया। 
 
कमोडोर अमित रस्तोगी भारतीय रक्षा उद्योग द्वारा बड़े पैमाने पर उपयोग की जा रही इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों के लिए उत्पादन मानदंडों से संबंधित अनेक नीतियों के प्रणेता रहे हैं ।
 
 
उप महानिदेशक, गुणवत्ता आश्वासन के रूप में, उन्होंने डीपीएसयू में आईपीआर प्रसार, विक्रेता विकास, प्रक्रिया सुधार और 8000 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों के गुणवत्ता आश्वासन की दिशा में अपना नेतृत्व प्रदान किया।
 
कमोडोर रस्तोगी एक फिटनेस समर्थक हैं जो एक ईशा ध्यानी, गोल्फर और लंबी दूरी के साइकिल चालक भी हैं ।
 
एनआरडीसी, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग का एक उद्यम है जो विभिन्न राष्ट्रीय अनुसंधान और विकास संस्थानों से प्रौद्भूत प्रौद्योगिकियों के विकास, संवर्धन और अंतरण के कार्य में संलग्न है। 
 
कारपोरेशन अभिनव अनुसंधान के साथ भारत में विनिर्माण आधार में सुधार करने हेतु व्यापक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करता है और इस अभिनव अनुसंधान को विपणन योग्य औद्योगिक उत्पादों में परिवर्तित करने के लिए एक प्रभावी उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है।

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