नई दिल्ली: विद्युत मंत्रालय ने 31 जनवरी, 2025 के अपने आदेश में एनएचपीसी लिमिटेड के सीएमडी श्री राज कुमार चौधरी को अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के पद का अतिरिक्त प्रभार आज यानी 01.02.2025 से तीन महीने की अवधि के लिए या पूर्णकालिक पदाधिकारी की नियुक्ति होने तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए बढ़ा दिया है। 1 नवंबर, 2024 को श्री चौधरी ने एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के रूप में अतिरिक्त कार्यभार संभाला।
श्री राज कुमार चौधरी (59 वर्ष) बीआईटी (सिंदरी) से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं और उन्होंने प्रबंधन में एडवांस डिप्लोमा भी किया है। वे 1989 में झारखंड के कोयल कारो एचईपी में प्रोबेशनरी एग्जीक्यूटिव (सिविल) के रूप में एनएचपीसी में शामिल हुए।
श्री चौधरी अपने करियर में लगातार आगे बढ़ते हुए एनएचपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के पद तक पहुंचे। इससे पहले, वे एनएचपीसी के निदेशक (तकनीकी) भी थे। श्री चौधरी ने लागत इंजीनियरिंग विभाग, डिजाइन और इंजीनियरिंग विभाग और एनएचपीसी की चार निर्माण परियोजनाओं, कोयल कारो, कलपोंग, तीस्ता-V और सुबनसिरी लोअर एचईपी और भूटान में दो निर्माण परियोजनाओं, मंगदेछु और पुनात्संगछु-II एचईपी में विभिन्न पदों पर काम किया है।
यह भी पढ़ें : रेल विकास निगम लिमिटेड का तिमाही मुनाफा 13.1% गिरकर ₹311.6 करोड़ हुआ, शेयर 5% गिराउन्हें जलविद्युत परियोजना के विकास के सभी पहलुओं में अवधारणा से लेकर कमीशनिंग तक का अनुभव है और उन्होंने भारत और भूटान में जलविद्युत के विकास में योगदान दिया है। श्री चौधरी ने निर्धारित समय से 16 महीने पहले, परियोजना की अवधारणा से लेकर कमीशनिंग तक, कलपोंग जलविद्युत परियोजना पर काम किया।
यह एनएचपीसी के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि थी क्योंकि यह परियोजना अंडमान और निकोबार के एक बहुत ही दूरस्थ द्वीप में थी। श्री चौधरी ने सिक्किम में तीस्ता-V जलविद्युत परियोजना (510 मेगावाट) और भूटान में मंगदेछु जलविद्युत परियोजना (720 मेगावाट) की कमीशनिंग में सक्रिय भूमिका निभाई है।
श्री चौधरी ने भूटान में 1020 मेगावाट की ताला जलविद्युत परियोजना के एचआरटी की मरम्मत में एक विशेषज्ञ सदस्य के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। श्री चौधरी एनएचडीसी लिमिटेड और लोकतक डाउनस्ट्रीम हाइड्रोइलेक्ट्रिक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचपीसी लिमिटेड की सहायक कंपनियां) के बोर्ड में अध्यक्ष और नामित निदेशक भी हैं।
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