वर्ष 20-21 में इस्पात क्षेत्र के एलएमओ का अधिकतम उत्पादन
नई दिल्ली: स्टील सेक्टर ने साल 2020-21 में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई का सबसे ज्यादा उत्पादन किया है। पिछले तीन वर्षों के दौरान सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की स्टील कंपनियों की लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) के उत्पादन की कुल क्षमता का विवरण निम्नानुसार है: -
(टन प्रति दिन में)
वर्ष | 2018-19 | 2019-20 | 2020-21 | 2021-22 |
कुल क्षमता | 2492 | 2494 | 2748 | 4102 |
महामारी की दूसरी लहर के दौरान, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के इस्पात संयंत्रों ने 1 अप्रैल से 25 जुलाई, 2021 के बीच 230262 टन एलएमओ की आपूर्ति की।
दूसरी लहर के चरम के दौरान, इस्पात क्षेत्र ने एलएमओ उत्पादन में काफी वृद्धि की थी। 1 अप्रैल, 2021 को आपूर्ति किए गए 538 मीट्रिक टन एलएमओ के मुकाबले, 13 मई, 2021 को एलएमओ की आपूर्ति 4749 मीट्रिक टन तक पहुंच गई।
देश में एलएमओ का उत्पादन बढ़ाने के लिए इस्पात संयंत्रों द्वारा किए गए उपायों में निम्नलिखित शामिल हैं:-
(i) तरल नाइट्रोजन और तरल आर्गन का कम उत्पादन।
(ii) गैसीय ऑक्सीजन का कम उपयोग जिससे स्टील का उत्पादन कम होता है।
गैसीय ऑक्सीजन के उपयोग को कम करके एलएमओ के बढ़े हुए उत्पादन ने अप्रैल-जून, 2021 की अवधि के दौरान स्टील के उत्पादन में लगभग 500,000 टन की कमी की।
इस्पात संयंत्रों में उत्पादित एलएमओ की आपूर्ति 22 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को की गई थी, जैसा कि अनुबंध-II में दर्शाया गया है, सड़क के परिवहन साधनों, ऑक्सीजन एक्सप्रेस (रेलवे) और वायु सेना के परिवहन विमानों का उपयोग करते हुए।