यूनानी चिकित्सा प्रणाली को बढ़ने के लिए आयुष मंत्रालय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने मिलाया हाथ

नई दिल्ली : आयुष मंत्रालय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने संयुक्त रूप से भारत में यूनानी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने और विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने केंद्र प्रायोजित योजना (सीएसएस) प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत 45.34 करोड़ रुपये के अनुदान को मंजूरी दी है। इस योजना की सहायता से हैदराबाद, चेन्नई, लखनऊ, सिलचर और बेंगलुरु जैसे अनेक स्थानों पर यूनानी चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
 
हैदराबाद, चेन्नई, लखनऊ, सिलचर और बेंगलुरु में यूनानी चिकित्सा की विभिन्न सुविधाओं की स्थापना के लिए अनुदान स्वीकृत किया गया है। यूनानी चिकित्सा में अनुसंधान के लिए केंद्रीय परिषद (सीसीआरयूएम) को कुल 35.52 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान (एनआईयूएम), बेंगलुरु को 9.81 करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की गई है।
 

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