विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस पर एनसीएल में ऊर्जा दक्षता ऑडिट हुआ पूरा

NEW DELHI- नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) में ऊर्जा का अनूकूलतम उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन में कटौती सुनिश्चित करने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत खदानों के संचालन, मशीनों के परिचालन व अन्य सभी क्षेत्रों में ऊर्जा दक्ष तकनीकों के उपयोग पर बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। 
 
इसी के तहत एनसीएल की सभी 13 परियोजनाओं व इकाइयों में विगत एक माह से ऊर्जा दक्षता ब्यूरो(बीईई) द्वारा नियुक्त ऊर्जा ऑडिटर्स की टीम की मदद से निवेश ग्रेड एनर्जी ऑडिट(आईजीईए) का कार्य चल रहा था । इसके अंतर्गत एनसीएल के  कार्यालय भवनों, अतिथि गृहों, स्कूलों, अस्पतालों और टाउनशिप का विधिवत सर्वे किया गया और ऊर्जा की खपत को कम करने के उपायों के बारे में जानकारी एकत्र की गयी। 
 
यह सर्वे विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस पर पूर्ण हुआ जिसके उपरांत ऑडिटर्स की टीम ने सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह से मिलकर सर्वे के दौरान प्राप्त जानकारी साझा की। सीएमडी श्री सिंह ने प्रत्येक क्षेत्र में ऊर्जा की बचत सुनिश्चित करने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता व्यक्त की और टीम को इस कार्य के लिए कंपनी की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। 
 
कंपनी में होने वाली ऊर्जा खपत को एवं कार्बन उत्सर्जन को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए  निवेश ग्रेड ऊर्जा दक्षता ऑडिट किया जाता है। इस ऑडिट के तहत ऊर्जा उपयोग के सभी क्षेत्रों की जाँच की जाती है और ऊर्जा दक्ष तकनीकों की मदद से बिजली के अपव्यय को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाते हैं।
 
गौरतलब है कि नेट ज़ीरो कंपनी बनने के लिए एनसीएल, 273 मेगा वॉट बिजली उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप निगाही में 50 मेगावाट का ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट स्थापित कर रही है। कंपनी ने जयंत क्षेत्र में 470 केडबल्यूपी  रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगाया है और अन्य कोयला क्षेत्रों में भी इस दिशा में कार्य चल रहा है।
 
इसके साथ ही कंपनी एलईडी लाइट्स, ऊर्जा दक्ष एसी, सुपर फैन, ई-व्हीकल्स, ऊर्जा दक्ष वॉटर-हीटर, एनर्जी एफिशिएंट मोटर्स, स्ट्रीट लाइट्स में ऑटो टाइमर, कैपेसिटर इत्यादि के उपयोग पर भी विशेष रूप से कार्य कर रही है।

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